संकुल प्राचार्य संघ की रखी गई बैठक
संकुल प्राचार्य संघ सरायपाली के अध्यक्ष श्री आर के भोई सर जी की अध्यक्षता में एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री प्रकाश चंद मांझी जी के मुख्य आतिथ्य में शासकीय गोलवलकर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरायपाली में समस्त संकुल प्राचार्यों की बैठक रखी गई जिसमें विकासखंड के अंतर्गत संचालित विद्यालयों में गुणवत्ता सुधार हेतु किए जा रहे प्रयासों पर विचार मंथन किया गया। श्री भोई जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विद्यालयों में स्टाफ और संसाधन की कमी पर बात रखते हुए यह बताया कि कई प्रकार के शासकीय योजनाएं आज विद्यालयों में चलाए जा रहे है जिसके कारण विद्यालयों में अध्यापन कार्य प्रभावित हो रहे है । आज विद्यालयों को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए दस्तावेज संकलन और पंजीकरण का कार्य सौंपा गया है जिसमें पालकों द्वारा आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करने में असमर्थता और उदासीनता के कारण जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे है ।एक और शासकीय योजना जिसके अंतर्गत सभी बच्चों का अपार कार्ड बनाया जाना है जिसमें विद्यार्थियों के आधार कार्ड और शालेय अभिलेख में एकरूपता का होना आवश्यक है परंतु सामान्यतः प्रत्येक विद्यार्थी के आधार कार्ड में त्रुटि होने के कारण अपार कार्ड भी नहीं बन पा रहा है।आधार कार्ड में सुधार की आवश्यकता है लेकिन डिजिटल जन्मप्रमाण पत्र नहीं होने के कारण आधार में सुधार नहीं हो पा रहा है आदि समस्याओं के बारे में अपने विचार रखे । डॉ अनिल प्रधानजी ने मानद पीएचडी वाले शिक्षकों द्वारा विभागीय सूचनाओं में नाम के आगे डॉ लिखने पर आपत्ति दर्ज की गई। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला सरायपाली के प्राचार्य श्री जितेंद्र बुडेक जी के द्वारा संकुल समन्वयकों के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगते हुए संकुल केंद्र के सभी कार्य संकुल प्रभारी के संज्ञान में किए जाने की बात कही। विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री मांझी जी के द्वारा अपने कार्यालय स्तर पर आने वाले प्रत्येक समस्या का निदान जल्द से जल्द करने का आश्वासन दिया गया।अंत में श्री रूपानंद पटेल जी के द्वारा ऑनलाइन कार्य एवं उपरोक्त बताए कार्यों में आने वाली तकनीकी समस्याओं के कारण आज प्रत्येक शिक्षक मानसिक रूप से तनाव महसूस कर रहा है ऐसा अपना विचार रखा।